MG Mahindra EV Market Shift 2025: MG और Mahindra की बड़ी छलांग, Tata Motors की EV मार्केट में घटी हिस्सेदारी। जानें कैसे नई इलेक्ट्रिक SUVs और स्मार्ट रणनीतियों ने बाजार की दिशा बदल दी।
भारत की इलेक्ट्रिक कार मार्केट में जून 2025 में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है। अब तक EV सेगमेंट की लीडर रही Tata Motors को MG Motor और Mahindra & Mahindra की जोड़ी ने पीछे छोड़ दिया है। MG और Mahindra ने मिलकर जून में भारतीय पैसेंजर EV मार्केट का 53% से ज़्यादा हिस्सा अपने नाम कर लिया है, जबकि Tata की हिस्सेदारी गिरकर सिर्फ 35.8% रह गई।

EV बाजार में इतनी बड़ी उथल-पुथल क्यों?
MG की सफलता के पीछे उसकी नई मिड-साइज़ इलेक्ट्रिक SUV – Windsor EV है, जो सितंबर 2024 में लॉन्च हुई थी। यह गाड़ी लॉन्च के कुछ महीनों में ही देश की सबसे ज़्यादा बिकने वाली EV बन गई और लगातार सात महीनों तक टॉप पर रही। MG ने “Battery-as-a-Service” जैसे स्मार्ट मॉडल अपनाए जिससे गाड़ी की शुरुआती कीमत कम हुई और यह निजी और फ्लीट ग्राहकों दोनों को पसंद आई।
MG Mahindra EV Market Shift 2025
भारत की इलेक्ट्रिक कार मार्केट में जून 2025 में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है। अब तक EV सेगमेंट की लीडर रही Tata Motors को MG Motor और Mahindra & Mahindra की जोड़ी ने पीछे छोड़ दिया है। MG और Mahindra ने मिलकर जून में भारतीय पैसेंजर EV मार्केट का 53% से ज़्यादा हिस्सा अपने नाम कर लिया है, जबकि Tata की हिस्सेदारी गिरकर सिर्फ 35.8% रह ग

दूसरी ओर, Mahindra ने अपनी पूरी रणनीति को रिफ्रेश किया। BE 6 और XEV 9e जैसी फ्यूचरिस्टिक और टेक्नोलॉजी-फ्रेंडली इलेक्ट्रिक SUVs ने ग्राहकों को आकर्षित किया। इन गाड़ियों को INGLO नाम के खास प्लेटफॉर्म पर तैयार किया गया है और फरवरी 2025 तक इनकी 30,000 से भी ज्यादा बुकिंग हो चुकी थीं। इस वजह से Mahindra ने केवल एक साल में अपनी EV बिक्री को कई गुना बढ़ा लिया।
Tata Motors को क्यों हो रहा है नुकसान?
Tata Motors ने सबसे पहले EV सेगमेंट में एंट्री लेकर बाज़ार पर कब्जा जमाया था। Nexon EV और Tiago EV जैसे मॉडल्स की शुरुआती सफलता के बाद, कंपनी का मार्केट शेयर अक्टूबर 2023 में 74% तक पहुंच गया था। लेकिन अब हालात बदल चुके हैं। नए कॉम्पिटिटर्स ने बेहतर डिजाइन, फीचर्स और कीमत के साथ EVs लॉन्च की हैं, जबकि Tata के मौजूदा मॉडल अब थोड़े पुराने लगने लगे हैं।

Tata ने हाल ही में Harrier EV लॉन्च की है और Sierra EV और Avinya जैसे प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है, लेकिन मार्केट में इनकी पकड़ कमजोर होती दिख रही है। जून 2025 में Tata की EV बिक्री में 19% की गिरावट आई है, जो एक बड़े खतरे का संकेत है।
क्या कहती है कस्टमर चॉइस?
अब ग्राहक सिर्फ रेंज और कीमत नहीं देखते, बल्कि टेक्नोलॉजी, लुक्स, ब्रांड ट्रस्ट और रीसेल वैल्यू जैसी चीज़ों को भी महत्व दे रहे हैं। SUVs और कॉम्पैक्ट SUVs सबसे ज़्यादा डिमांड में हैं। यही वजह है कि MG और Mahindra की नई लाइनअप बाज़ार में बेहतर रिस्पॉन्स पा रही है।
क्या Tata वापसी कर पाएगी?
Tata के पास अभी भी मौका है, लेकिन इसके लिए उन्हें तेज़ी से नई जनरेशन की EVs लॉन्च करनी होंगी और मार्केट की बदलती मांग के अनुसार अपनी रणनीति को एडजस्ट करना होगा। Harrier EV और आने वाली Sierra EV ही नहीं, बल्कि कंपनी के Avinya प्लेटफॉर्म पर बनने वाली नई कारों पर सबकी नजर होगी।
सरकार की PM e-DRIVE स्कीम, 2027 तक लागू होने वाले नए उत्सर्जन नियम, और हाइब्रिड बनाम EV की नीतियां – ये सभी फैक्टर आने वाले महीनों में EV मार्केट को और प्रभावित करेंगे।
निष्कर्ष
MG और Mahindra की यह साझी बढ़त दिखाती है कि भारत की EV मार्केट अब सिर्फ एक ब्रांड पर निर्भर नहीं है। अब यहां मुकाबला कड़ा है और जो कंपनी टेक्नोलॉजी, कीमत और ग्राहक की ज़रूरतों को समझेगी, वही टिकेगी। Tata के लिए यह एक चेतावनी है — और साथ ही एक मौका भी।
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